ISHQ MASTANA

ISHQ MASTANA
2019 | Feb 14, 6:30pm – Feb 19, 9:00pm
Facilitated By: Prabhu Damini
“हमन हैं इश्क मस्ताना हमन को होसियारी का”
इश्क़, प्रेम, भक्ति का मार्ग, रस से भरा.
नदी की तरह, नाचता, सागर की और. गीत गाता. लहलहाता.
भारत के ऋषि-संतों ने इस मार्ग कि विधियों को
कभी कहानियों में ढाला, तो कभी गीतों में गाया.
कभी नाचा, तो कभी आँसुओं में बहाया.
—
पाँच दिन, हम भी, इस सनातन इश्क़-मस्ताना के बाहव में बहेंगें.
मस्ती होश की, श्रद्धा की, मौन की.
मस्ती
उस के इंतज़ार की
उस के पदचाप की
उस के आगमन की
मस्ती
अपने खोने
उस के होने की
जो मित्र प्रेम के मार्ग पर चलते हों
या भाव-मार्ग के सूत्रों पर प्रयोग करना चाहें
उनका, स्प्रेम स्वागत
हम मीरा, नानक, कबीर और नारद के सू्त्रों पर प्रयोग करेंगे
साथ – जैसा की हमारे हर शीविर में होता है – नाच, नाटक और नटखट शरारत!
—
हाँ, एक बात का ख़याल ज़रूरी
आप आयें तो जान कर आयें कि हर लीला कि तरह
इस लीला के भी कुछ नीयम हैं
हर सत्र, अनिवार्य
ध्यान के नाम पर
आलस्य के लिये शिविर में जगह नहीं
आने की मर्ज़ी आपकी,
आप आ गये, तो हमारे!
—
आयें, दिलोजान से,
आयें, जोश से भरे,
आयें, मस्ती से लबालब.
क्योकि ईशवर मस्तों पर ही बरसता है
यह दीवानों का देस है
यहाँ बाँवरापन ही समझदारी है!
आपकी,
दामिनी